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कृष्णकांत कहानियां लिखता है...कृष्णकांत कहानियां लिखता है. Friday, July 26, 2013. मैं तिनके सा. मैंने कहा- मैं तुम्हें प्यार करता हूं।. उसने कहा- तुम बुद्धू हो।. मैंने कहा- तुम बहुत सुंदर हो।. उसने कहा- -तुम परिपक्व नहीं हो।. मैंने कहा- तुम्हारे बिना जी नहीं लगता।. उसने कहा-तुम बच्चे हो।. मैंने कहा- जिया नहीं जाता अब।. उसने कहा-तुम अधीर हो।. मैंने कहा- तुम्हारे सिवा कुछ अच्छा नहीं लगता।. मैंने कहा- कुछ समझ नहीं आता।. Tuesday, July 2, 2013. दीवारें नहीं टूटीं. तराश लूं।. कैसी लड़ाई? औचित्य क्या है? अरे पगले! इतने मे...
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