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फरगुदियाफर्गुदिया - साहित्य और सरोकार का समन्वय
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फर्गुदिया - साहित्य और सरोकार का समन्वय
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फरगुदिया | fargudiya.blogspot.com Reviews
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फर्गुदिया - साहित्य और सरोकार का समन्वय
February 2014 - फरगुदिया
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मुखपृष्ठ. रचना भेजें. सम्पादक के नाम. फरगुदिया. साहित्य और सरोकार का समन्वय". फरगुदिया डायरी. कहानियाँ. कविताएँ. Friday, February 28, 2014. बेबी की डायरी. Friday, February 28, 2014. को Shobha Mishra द्वारा प्रकाशित. की डायरी. शुक्रवार ६/१३. मेरे को अब. पढ़ने में बहुत अच्छा लग रहा है. मैं तो कभी सपने में भी नहीं सोची थी कि. को बहुत अच्छा लग रहा है! अगर मेरे को दीदी नहीं पढ़ाती. तो मैं तो बिलकुल. मेरा बस एक. शनिवार - ७/६/२०१३. की कोशिश करुँगी! अब मैं बस. सोमवार १०/६/२०१३. मेरा पहला. नंबर था म...नही...
January 2015 - फरगुदिया
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मुखपृष्ठ. रचना भेजें. सम्पादक के नाम. फरगुदिया. साहित्य और सरोकार का समन्वय". फरगुदिया डायरी. कहानियाँ. कविताएँ. Saturday, January 17, 2015. उसका अपना एकान्त - आराधना सिंह की कवितायें. Saturday, January 17, 2015. को Shobha Mishra द्वारा प्रकाशित. आराधना सिंह की कवितायें. मैंने फरगुदिया के लिए उनसे कवितायेँ मांगी! आज आराधना का जन्मदिन भी हैं! जन्मदिन की ढेर सारी बधाई और शुभकामनायें . उसका अपना एकान्त. अपने व्यस्त जीवन से. सबको देती है एक मंच,. ख़ूब भरती है रंग. सहमी चाहतें,. गरिमामयी. संसार क&...बदसू...
April 2014 - फरगुदिया
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मुखपृष्ठ. रचना भेजें. सम्पादक के नाम. फरगुदिया. साहित्य और सरोकार का समन्वय". फरगुदिया डायरी. कहानियाँ. कविताएँ. Sunday, April 06, 2014. हम लड़कियों को भी समझो" - कार्यक्रम की संक्षिप्त रिपोर्ट. Sunday, April 06, 2014. को Shobha Mishra द्वारा प्रकाशित. बस एक लाइन आप लोगों को जरुर पढाना चाहूँगी जो कल से मेरा दिमाग मथ रही है. भला बच्चों की खुशियाँ ऐसी भी होती हैं. मृदुला शुक्ला. पूरा पढ़ें. फेसबुक पर LIKE करें-. अभी से पहले का. हाथ मिलायें. महत्वपूर्ण लिंक्स-. जैसा कि हाल ही म&...माँ की द&...कुछ ब...
May 2014 - फरगुदिया
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मुखपृष्ठ. रचना भेजें. सम्पादक के नाम. फरगुदिया. साहित्य और सरोकार का समन्वय". फरगुदिया डायरी. कहानियाँ. कविताएँ. Saturday, May 31, 2014. माया एंजेलो की कविताये. Saturday, May 31, 2014. को Shobha Mishra द्वारा प्रकाशित. लेखिका,गृहिणी,समाजसेविका विजय पुष्पम पाठक जी ऐसे ही प्रतिभावान व्यक्तियों में से एक हैं! गद्य और पद्य दोनों ही विधाओं में वो सार्थक और मौलिक लेखन कर रही हैं! विजय दीदी की रचनाएँ प्रकाशित हुई है! श्रद्धांजलि. और एक दिन तोड़ कर पिंजरा उड़ जाता है. सारे दुःख. सारी घुटन. विलीन हí...नमन म...
March 2014 - फरगुदिया
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मुखपृष्ठ. रचना भेजें. सम्पादक के नाम. फरगुदिया. साहित्य और सरोकार का समन्वय". फरगुदिया डायरी. कहानियाँ. कविताएँ. Thursday, March 20, 2014. लिव -इन -रिलेशनशिप - -वर्जना या आज का सच! सरस दरबारी. Thursday, March 20, 2014. को Shobha Mishra द्वारा प्रकाशित. रिलेशनशिप. तान्या. संभ्रांत. विचारों. शिक्षा. शिक्षा. सुविधा. मुश्किल. खर्चों. किराये. दोस्ती. दोस्ती. घनिष्टता. दोनोंने. रज़ामंदी. दोनों ने. दायित्व. सुचारू. पाएंगे. खर्चों. गृहस्थियाँ. उन्होंने. क्यों. जायेंगे. तान्या. स्टूडियो. ज्य़ादा. रिश्त&...ईंट...
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आवारा: January 2017
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27 जनवरी 2017. यायावर #2. ऐसे ही सतायेगी? वह अपनी आँखें भींच लेता है, उसकी मुठ्ठीयां कस जाती हैं और वह पसीने से तर बतर हो जाता है।. Yayawar #मुंबईडायरी. 1 टिप्पणी:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. Labels: मुंबईडायरी. 25 जनवरी 2017. यायावर #1. दस रुपये means ten rupees? और बुढ़िया ने दस रुपये निकालकर उसे पकड़ा दिये।. There's nothing wrong, what the hell is the problem with you? This is not the first time that I am touching you.". उसनí...
आवारा: January 2013
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30 जनवरी 2013. गुमशुदा तलाश. हर बार हो जाती हो तुम गुमशुदा,. कभी प्रेम के बनाये सामंती पन्नों में,. तो कभी संदेह की उग आई नागफनी में,. और मैं ढूंढता ही रहता हूँ तुम्हे,. गुम गयी गलियों में,. धूल उड़ाती सड़कों पर,. कभी कभी पूछ आता हूँ तुम्हारा पता,. सपने में आने वाली उस परी से भी,. जो बिलकुल तुम्हारी ही तरह दिखती है,. खंगालता आता हूँ डायरी के तुम्हारे पन्ने,. जो अब पीले पड़ गए हैं,. तुम्हारी याद में,. और तुम्हारी सांसे फिर,. ताज़ा होकर महकने लगती हैं,. करता गुमशुदा तलाश।. 1 टिप्पणी:. 29 जनवरी 2013. बैठत...
आवारा: February 2016
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19 फ़रवरी 2016. तिरंगा. म्हारा मरना बेकार गया दोस्त,. मुझे आज फिर अफ़सोस है,. कल भी था, आगे भी रहेगा,. कि तुम्हारी अंतिम इक्षा के अनुरूप,. मैं कुछ भी ना कर सका,. ना ही दे सका अपनी जान,. और ना ले सका,. मैं भी तुम्हारे साथ वहीं,. उन खंडहरों के बीच,. काली रात मे,. गोलियों के बीच,. मर गया था,. अपने उस दोस्त की आँखों में देखते हुए,. जिसने मेरे मूह को दबा रखा था,. की मेरी वजह से और जानें ना जायें,. उसकी आँखों के आँसू,. लेकिन उन्हे भी मैं,. मुझे माफ़ कर देना,. आज भी माँ,. उसके पास,. और तिरंगा,. या फि...
आवारा: April 2014
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27 अप्रैल 2014. ह दौर भी है,. वह दौर भी था,. जब शेर शिकार करता था,. आज शिकार बना बैठा है,. बुझती आँखों में, कुछ शोले अभी भी हैं,. चिंगारी की तलाश में. यह दौर भी है,. वह दौर भी था,. जब बारिश से प्यास बुझती थी,. तपती धरती की,. अब धरती प्यासी है,. और ओलों में जलती बारिश है,. खाक में सुलगती आग, खामोश है,. चिंगारी की तलाश में. यह दौर भी है,. वह दौर भी था,. अनजाने से रिश्तों में, अपनापन खोजते,. पनपती चिंगारी को आग बनाते,. वह दौर भी था,. यह दौर भी है. 14 टिप्पणियां:. इसे ईमेल करें. 23 अप्रैल 2014. और धूल...
आवारा: May 2015
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एक अदद सी कहानी. 6 टिप्पणियां:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. दिल्ली मैं फिर लौटूंगा. अरे प्रश्न गया भांड में, तुम चले ही क्यों इस समय , अगर एक दो दिन बाद आ जाते तो क्या कुछ बिगड़ जाता? हाँ वो तो है, लेकिन इस भीड़ में बाहर निकलेंगे कैसे? स्टेशन से बहार जब निकला तो यकायक लगा की अरे कहाँ आ गए हम, यह दिल्ली ही है ना? कोई टिप्पणी नहीं:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. तेरे समक्ष. Facebook पर स...
आवारा: June 2013
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25 जून 2013. दिन रविवार,. सब कुछ शांत, सन्नाटे सांय सांय कर रहे हैं,. घर के किसी कोने में हवा रुकी हुई है,. लम्बी लम्बी सांसे भरती हुई,. किताबें बिखरी पड़ी हैं,. कॉफ़ी का मग बिस्तर के एक कोने पे पड़ा,. न जाने क्या बडबडा रहा है,. और तुम्हारी तस्वीर दीवार पर लटकी हुई,. तुम्हारे होने का अनगढ़ सा एहसास जगाती हुई,. कुछ कहना चाहती है, और मैं अधमुंदी आँखों से टालता हूँ,. जानता हूँ तुम नहीं हो,. कुछ नहीं होने वाला मेरा,. मैं आज़ाद हूँ,. 2 टिप्पणियां:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! नई पोस्ट. दि वाली...श हरí...
आवारा: March 2014
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10 मार्च 2014. सुबह होने वाली थी, वह हाथ में टैब लिए खिड़की की ओट के सहारे आसमान को निहार रही थी,. व्हाट्सएप्प. अगर भगवान, खुदा, मसीह आज मिल जाते तो जरूर पूछ लेता कि भाई ऐसी क्या दुश्मनी थी कि भावनाओं को जगाते रहते हो? बता दो और छोडो ये बता दो कि भावना नाम की चिड़िया को तुमने उपजाया ही भला क्यूँ? चित्र साभार:. के डी सिंह चौहान. 2 टिप्पणियां:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! Twitter पर साझा करें. Facebook पर साझा करें. Pinterest पर साझा करें. म्हे जाना था, चली गयी,. युग युगांतर तक,. क्या पतì...तुम...
आवारा: December 2014
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8 दिसंबर 2014. छोले भठूरे. ज़रत निजामुद्दीन स्टेशन के ऊपर धूप चढ़ चुकी थी और कई झिर्रियों से निकलकर ना जाने किन शक्लों में तब्दील होने लगी थी. दिल्ली का मौसम बदल चुका है. या फिर यह कहूँ कि बदल रहा है तो गलत ना होगा. इस चश्मे के साथ भी मेरा कुछ ऐसा ही रिश्ता है. सो निकल पड़ा अपने को तीन चार बार आईने में निहार कर. पहुँचा तो कोई ट्रेन आ चुकी थी. वही खड़े एक सरदार जी से पूछ लिया - " कौन सी ट्रेन आई है. छोटा सा जवाब "गरीब रथ". कुछ रुक कर सरदार ने कहा. टैक्सी चाहिए. समय से पहुँच गया. हाँ सर. चलो छोल...इसलि...
आवारा: May 2014
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ज कनेर को बंद कर लिया,. हमेशा के लिए यादों के बुद्धू बक्से में,. याद है तुम्हारा कनेर को मुठ्ठी में बंद करके सो जाना,. और कहना ,. यह कनेर कहाँ,. यह तो तुम्हारी यादें हैं,. जो तुम्हारे ना होने पर बंद कर लेती हूँ अपनी मुठ्ठी में,. कि कहीं तुम छूट ना जाओ,. और मैं लपककर कस लेता था तुम्हें. आज कनेर फिर खिला है,. झरने को आमादा,. लेकिन अब मुठ्ठी में बंद करने को तुम नहीं हो,. कहाँ से लाऊं तुम्हे,. और वक़्त की बर्फ पिघलकर,. पीली पड़ गयी. 2 टिप्पणियां:. इसे ईमेल करें. इसे ब्लॉग करें! वह नए बाज़ार की. जाने...
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Färgtrappan
Tisdag 19 november 2013. Eller ja, den här där jag skrivit om så mycket kommer att finnas kvar. Dock vilande. Fast det har den ju varit i ett antal månader nu ändå. Den andra bloggen kommer uteslutande att handla om butiken på Sundsby säteri och mina tankar om färg och allt vad som rör sig i mitt huvud när det gäller det.och det är ju en del :). Jag kommer ändå att ha kvar den här bloggen "Mina färgklickar, fast jag egentligen inte kommer att göra några nya inlägg. Http:/ fargtrappan.wordpress.com. Den r...
Färgtrappan
Färgtrappan jobbar med miljövänliga färger utan kemikalier och onödiga tillsatser produkter som är snälla för människor, djur och natur. I butiken kan du inspireras av vacker äggoljetempera och här får du hjälp med dina färg- och kulörval. Jag anordnar också målarkurser. Välkommen!
| Välkommen till Färgtrappans blogg
Välkommen till Färgtrappans blogg. Inte många inlägg här…. 19 juli, 2015. Hmm… ja det är svårt att hinna med alla dessa olika media. Just nu använder jag Instagram och FB för att lägga in inspirationsbilder mm. Kika gärna in där om du vill hålla koll på vad Färgtrappan inspireras av eller målar just nu! Https:/ www.facebook.com/fargtrappan. 7 juli, 2014. I helgen som gick hade jag en tvådagars kurs för 7 glada och härliga kursdeltagare. Som man kan måla med den härliga äggoljetemperan. 25 april, 2014.
Hem
Telefon: 08 - 27 31 50. Öppet vardagar: 8-17, Lunchstängt 12-13. Trycksaker och mycket mer. Banderoller, Affischer, profilkläder, orderblock. ETT URVAL AV VÅRA. Personliga möten är i dagens digitala värld viktigare än någonsin. Lämna ett visitkort och ni har en effektiv metod för att lämna ett avtryck. Om ni vill synas på en mässa eller utsällning så är en roll-up det perfekta verktyget för att dra till sig blickarna. Vi har även flertalet andra mässprodukter. Grafiska profiler för företag. 08 - 27 31 50.
फरगुदिया
मुखपृष्ठ. रचना भेजें. सम्पादक के नाम. फरगुदिया. साहित्य और सरोकार का समन्वय". फरगुदिया डायरी. कहानियाँ. कविताएँ. Tuesday, October 04, 2016. कम से कम एक दरवाज़ा - शोभा मिश्रा. Tuesday, October 04, 2016. को Shobha Mishra द्वारा प्रकाशित. कम से कम एक दरवाज़ा. सुधा (अरोड़ा ) दीदी के कविता संग्रह "कम से कम एक दरवाज़ा " पर लिखने की कोशिश की है! क्यों हुआ ? असंख्य प्रश्नों के साथ एक मौन चीख उठती है अंतरात्मा से! नई परिभाषा गढ़ती औरत. साँकल, सपने और सवाल. छत, खिड़कियाँ और दरवाज़े. और अंत में. बस, जैसे न...8220;क...
Vendo casa adosada en El Fargue, Granada
Precio reducido de 270.000 euros a 239.000 euros! Vendo una preciosa casa adosada, espaciosa, luminosa y amueblada en el tranquilo y pictoresco Barrio Alto del Fargue, en Granada capital, con 2 terrazas con impresionantes vistas panorámicas a toda Sierra Nevada y a la vega granadina. Completamente reformada hace 1 año. Vendo por ir a vivir al extranjero. Para ver imágenes de la casa. Buena inversión y perspectivas de futuro: se ha aprobado la construcción de la carretera a Granada (el acces...Para m&aacu...
Gite de la Fargue de Cabre à Vicdessos
La vallée du Vicdessos. Sports et Nature dans la vallée du Vicdessos. Randonnées en montagne (sommets à 3000m dont le Montcalm à proximité). Pêche en lacs ou en rivières. Refuges gardés (Bassiès, Pinet). Escalade et mur d'escalade. Parapente (à proximité du gîte). Canyoning (avec une descente en rappel de la cascade sur la propriété du gîte). Athlétisme, tennis, football. Aires de jeux pour enfants. Ski alpin (Goulier neige 5km, Ax Bonascre à 3/4h). Château de Montréal de Sos (en cours de fouilles).
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