h-rights-pnn.blogspot.com
मानवाधिकार: आगे आयें मानवाधिकार संगठन - न्यायमूर्ति एएम अहमदी
http://h-rights-pnn.blogspot.com/2007/10/blog-post_9092.html
समाचार-खबरें. लेख-फीचर्स. स्थाई स्तंभ. हमारी-सेवाएं. पत्र-पत्रिकाएं. समाचार एजेंसिंयां. आगे आयें मानवाधिकार संगठन - न्यायमूर्ति एएम अहमदी. लेकिन हम मानव अधिकारों की संस्कृति को बढ़ाने के लिए क्या कर रहे हैं जिससे मानव अधिकाराें का उल्लंघन न हो? गुजरात में क्या हुआ? लेखक भारत के प्रधान न्यायाधीश रह चुके हैं. लेबल: दृष्टिकोण. पुलिस पूछताछ. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग. 1 टिप्पणी:. Rajesh R. Singh. ने कहा…. राजेश सिंह. 15 अक्तूबर 2007 को 8:28 pm. एक टिप्पणी भेजें. नई पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. जनता को त...कान...
h-rights-pnn.blogspot.com
मानवाधिकार: दंगा पीड़ितों की करे कानून परवाह -आबिद शाह
http://h-rights-pnn.blogspot.com/2007/10/blog-post_6311.html
समाचार-खबरें. लेख-फीचर्स. स्थाई स्तंभ. हमारी-सेवाएं. पत्र-पत्रिकाएं. समाचार एजेंसिंयां. दंगा पीड़ितों की करे कानून परवाह -आबिद शाह. लेबल: अनुसूचित जनजाति. अनुसूचित जाति. कॉलिन गोन्साल्विस. कोई टिप्पणी नहीं:. एक टिप्पणी भेजें. नई पोस्ट. पुरानी पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें (Atom). आलेख-न्यूज. मानवाधिकार आयोग नींद में? सुनवाई की हो समय-सीमा - कॉलिन गोन्साल्विस. मानस मंथन - जोश गैमन. पुलिस राज का आतंक - के बालागोपाल. जेलों की बदहाली. मुद्दे-स्तम्भकार. अहिंसा. आचारविहीन. कॉमन कॉज. राष&...
h-rights-pnn.blogspot.com
मानवाधिकार: मानवाधिकार आयोग नींद में?
http://h-rights-pnn.blogspot.com/2007/10/blog-post_3791.html
समाचार-खबरें. लेख-फीचर्स. स्थाई स्तंभ. हमारी-सेवाएं. पत्र-पत्रिकाएं. समाचार एजेंसिंयां. मानवाधिकार आयोग नींद में? जिन मामलों में कोई प्रारम्भिक जवाब नहीं मिला उनमें शिकायतकर्ता औसतन दो से अधिक वर्ष से जवाब की प्रतीक्षा में हैं।. लेबल: अधिकार. पीपुल्स वॉच. मानवाधिकार. 1 टिप्पणी:. ने कहा…. 15 अक्तूबर 2007 को 7:36 pm. एक टिप्पणी भेजें. पुरानी पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें (Atom). आलेख-न्यूज. मानवाधिकार आयोग नींद में? मानस मंथन - जोश गैमन. जेलों की बदहाली. दंगा पीड़ित...वैश्व...भाग...
h-rights-pnn.blogspot.com
मानवाधिकार: दंगा पीड़ितों की करे कानून परवाह -आबिद शाह
http://h-rights-pnn.blogspot.com/2007/10/blog-post_7958.html
समाचार-खबरें. लेख-फीचर्स. स्थाई स्तंभ. हमारी-सेवाएं. पत्र-पत्रिकाएं. समाचार एजेंसिंयां. दंगा पीड़ितों की करे कानून परवाह -आबिद शाह. ताकि केन्द्र ऐसी स्थिति में उचित ढंग से हस्तक्षेप कर सके, चाहे उसे सेना का ही प्रयोग क्यों न करना पड़े।. नयी दिल्ली. भारतीय संसद. राजेन्दर सच्चर. साम्प्रदायिक हिंसा. कोई टिप्पणी नहीं:. एक टिप्पणी भेजें. नई पोस्ट. पुरानी पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें (Atom). आलेख-न्यूज. मानवाधिकार आयोग नींद में? मानस मंथन - जोश गैमन. अनुसूचित जाति. अहिंसा. कॉमन कॉज. बलात...
h-rights-pnn.blogspot.com
मानवाधिकार: वैश्वीकरण एवं साम्प्रदायिकता -बुराई की धुरी - अनिल चौधरी
http://h-rights-pnn.blogspot.com/2007/10/blog-post_9196.html
समाचार-खबरें. लेख-फीचर्स. स्थाई स्तंभ. हमारी-सेवाएं. पत्र-पत्रिकाएं. समाचार एजेंसिंयां. वैश्वीकरण एवं साम्प्रदायिकता -बुराई की धुरी - अनिल चौधरी. पूंजीवाद का नया चेहरा. धर्मनिरपेक्ष शक्तियों की विफलता. भ्रम और धोखा. ब्रह्मांड के स्वामी. सुवी डोगरा से बातचीत पर आधारित). लेबल: अमीर. शांति. संप्रभुता. समृध्दि. सुवी डोगरा. कोई टिप्पणी नहीं:. एक टिप्पणी भेजें. नई पोस्ट. पुरानी पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें (Atom). आलेख-न्यूज. मानस मंथन - जोश गैमन. अनुसूचित जनजाति. अहिंसा. कॉमन कॉज. पुल...
h-rights-pnn.blogspot.com
मानवाधिकार: फौजदारी कानून व्यवस्था में भारी गिरावट
http://h-rights-pnn.blogspot.com/2007/10/blog-post_4865.html
समाचार-खबरें. लेख-फीचर्स. स्थाई स्तंभ. हमारी-सेवाएं. पत्र-पत्रिकाएं. समाचार एजेंसिंयां. फौजदारी कानून व्यवस्था में भारी गिरावट. फौजदारी कानून को कम आंकना. पुलिसकर्मी बतौर पंच. घटनास्थल पर सील नहीं किया गया. क्या इस तरह की प्रक्रिया किसी सचेत आदमी की चेतना पर आघात नहीं पहुंचाती और कुछ गलत होने का संदेह नहीं पैदा करती? किंतु प्रकाश कुमार बनाम गुजरात सरकार - जेटी 2005 11 एससी 209 - के मामले में ...बयान दर्ज करना. हाल में उच्चतम न्यायालय की छोटी प&#...संयोगवश गवाह. खून की जांच. सील करना. घटना स्थ...सुझ...
h-rights-pnn.blogspot.com
मानवाधिकार: जेलों की बदहाली
http://h-rights-pnn.blogspot.com/2007/10/blog-post_2075.html
समाचार-खबरें. लेख-फीचर्स. स्थाई स्तंभ. हमारी-सेवाएं. पत्र-पत्रिकाएं. समाचार एजेंसिंयां. जेलों की बदहाली. लेबल: अप्राकृतिक मैथुन. अहिंसा. आचारविहीन. गांधी. बलात्कार. कोई टिप्पणी नहीं:. एक टिप्पणी भेजें. नई पोस्ट. पुरानी पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें (Atom). आलेख-न्यूज. मानवाधिकार आयोग नींद में? सुनवाई की हो समय-सीमा - कॉलिन गोन्साल्विस. मानस मंथन - जोश गैमन. पुलिस राज का आतंक - के बालागोपाल. जेलों की बदहाली. मुद्दे-स्तम्भकार. अनुसूचित जनजाति. अनुसूचित जाति. अहिंसा. कॉमन कॉज. राष...
h-rights-pnn.blogspot.com
मानवाधिकार: भागलपुर दंगों की आग - स्वतंत्र मिश्र
http://h-rights-pnn.blogspot.com/2007/10/blog-post_08.html
समाचार-खबरें. लेख-फीचर्स. स्थाई स्तंभ. हमारी-सेवाएं. पत्र-पत्रिकाएं. समाचार एजेंसिंयां. भागलपुर दंगों की आग - स्वतंत्र मिश्र. लेखक स्वतंत्र पत्रकार हैं. लेबल: खून. सांस्कृतिक. स्वतंत्र मिश्र. 2 टिप्पणियां:. ने कहा…. Kafi accha likhe hai. bahut kuch janane ko mila. thank you. 12 जुलाई 2013 को 11:52 pm. ने कहा…. 27 अक्तूबर 2014 को 4:20 am. एक टिप्पणी भेजें. नई पोस्ट. पुरानी पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें (Atom). आलेख-न्यूज. मानस मंथन - जोश गैमन. अनुसूचित जाति. अहिंसा. कॉमन कॉज. पीप&...
h-rights-pnn.blogspot.com
मानवाधिकार: सुनवाई की हो समय-सीमा - कॉलिन गोन्साल्विस
http://h-rights-pnn.blogspot.com/2007/10/blog-post_7506.html
समाचार-खबरें. लेख-फीचर्स. स्थाई स्तंभ. हमारी-सेवाएं. पत्र-पत्रिकाएं. समाचार एजेंसिंयां. सुनवाई की हो समय-सीमा - कॉलिन गोन्साल्विस. लेबल: कॉमन कॉज. कॉलिन गोन्साल्विस. कोई टिप्पणी नहीं:. एक टिप्पणी भेजें. नई पोस्ट. पुरानी पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें (Atom). आलेख-न्यूज. मानवाधिकार आयोग नींद में? सुनवाई की हो समय-सीमा - कॉलिन गोन्साल्विस. मानस मंथन - जोश गैमन. पुलिस राज का आतंक - के बालागोपाल. जेलों की बदहाली. मुद्दे-स्तम्भकार. अनुसूचित जनजाति. अनुसूचित जाति. अहिंसा. कॉमन कॉज. पीप&#...
h-rights-pnn.blogspot.com
मानवाधिकार: सबके लिये नहीं है न्याय - पारुल शर्मा
http://h-rights-pnn.blogspot.com/2007/10/blog-post_7978.html
समाचार-खबरें. लेख-फीचर्स. स्थाई स्तंभ. हमारी-सेवाएं. पत्र-पत्रिकाएं. समाचार एजेंसिंयां. सबके लिये नहीं है न्याय - पारुल शर्मा. सामाजिक जागरूकता का रूप. लेबल: कानूनी. नि:शुल्क. वास्तविकता. सामंजस्य. 1 टिप्पणी:. ने कहा…. 15 अप्रैल 2008 को 9:11 am. एक टिप्पणी भेजें. नई पोस्ट. पुरानी पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें (Atom). आलेख-न्यूज. मानवाधिकार आयोग नींद में? सुनवाई की हो समय-सीमा - कॉलिन गोन्साल्विस. मानस मंथन - जोश गैमन. जेलों की बदहाली. मुद्दे-स्तम्भकार. अहिंसा. आचारविहीन. न्या...