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काव्यांजलि: March 2015
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काव्यांजलि. गुरुवार, 26 मार्च 2015. युग परिवर्तन. न तुलसी होंगे, न राम. न अयोध्या नगरी जैसी शान . न धरती से निकलेगी सीता ,. न होगा राजा जनक का धाम . फिर नारी कैसे बन जाये. दूसरी सीता यहां पर ,. कैसे वो सब सहे जो. संभव नही यहां पर . अपने अपने युग के अनुसार ही. जीवन की कहानी बनती है ,. युग परिवर्तन के साथ. नारी भी यहॉ बदलती है . प्रस्तुतकर्ता. ज्योति सिंह. 2 टिप्पणियां:. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). ज्योति सिंह. Satna, m.p., India. ब्लॉग आर्काइव. 2 दिन पहले.
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काव्यांजलि: August 2011
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काव्यांजलि. गुरुवार, 25 अगस्त 2011. हम -तुम - - - -. एक ही रास्ते के. दो मोड़ है ,. जो पलट कर. उसी राह ले आते है. जहां आरम्भ और अंत. एक हो जाते है ,. फिर सोचने की कही. कोई गुंजाइश नही. रह जाती ,. फैसले की कोई सुनवाई. हो ही नही पाती l. प्रस्तुतकर्ता. ज्योति सिंह. 37 टिप्पणियां:. बुधवार, 17 अगस्त 2011. ख्यालो की दौड़ कभी. थमती नही. कलम को थाम सकू. वो फुर्सत नही ,. जब भी कोशिश की. पकड़ने की. वक़्त छीन ले गया ,. एक पल को. रूकने नही दिया ,. सोचती हूँ. इन्द्रधनुषी रंग सभी. वन्दे मातरम्. है ,. है ,. भीन&#...
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काव्यांजलि: November 2014
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काव्यांजलि. बुधवार, 26 नवंबर 2014. शादी की सालगिरह के शुभ अवसर पर. अच्छा था या बुरा. सही था या गलत. शिकायत थी या. फिर नही ,. इन सभी बातो से. बढ़कर जो बात थी. वो यह थी किं. जिन्दगी गुजर गई. हर हाल मे. अपनी साथ कही . प्रस्तुतकर्ता. ज्योति सिंह. 4 टिप्पणियां:. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). वक्त के साथ चलना है न पहले न बाद मे. ज्योति सिंह. Satna, m.p., India. मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य. ब्लॉग आर्काइव. मेरी ब्लॉग सूची. मुक्ताकाश. 2 दिन पहले. अपनी बात.
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काव्यांजलि: February 2012
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काव्यांजलि. सोमवार, 13 फ़रवरी 2012. चुप्पी. जानते हुए भी. वह कुछ नही बोला ,. बात कुछ अवश्य रही. तभी तो उसने. मुंह नही खोला l. प्रस्तुतकर्ता. ज्योति सिंह. 27 टिप्पणियां:. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). वक्त के साथ चलना है न पहले न बाद मे. ज्योति सिंह. Satna, m.p., India. मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य. मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें. ब्लॉग आर्काइव. चुप्पी. मेरी ब्लॉग सूची. मुक्ताकाश. 2 दिन पहले. किस्सा-कहानी. डेरा उखड़ने से पहले…! 1 सप्ताह पहले. अपनी बात.
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काव्यांजलि: August 2013
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काव्यांजलि. शुक्रवार, 30 अगस्त 2013. वैसा कुछ भी नहीं रहा. वैसा कुछ भी नहीं रहा यहाँ. जैसा पहले हुआ करता रहा यहाँ. वक़्त के दरिया में कल बह गया. आज हर किसी का बदला हुआ है यहाँ 1. वक़्त की मांगे करवटे लेती रहती है. उम्मीदे बहुत कुछ बदल देती है यहाँ. आगाज़ से बहुत अलग अंजाम होता है. रिश्ते बनते है जैसे वैसे रहते नहीं यहाँ 1. प्रस्तुतकर्ता. ज्योति सिंह. 5 टिप्पणियां:. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). ज्योति सिंह. Satna, m.p., India. ब्लॉग आर्काइव. 2 दिन पहले.
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काव्यांजलि: August 2014
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काव्यांजलि. रविवार, 24 अगस्त 2014. उम्मीद छोड़ रहे है. विश्वास तोड़ रहे है. जीने की हर राह से. मुंह अपने मोड़ रहे है ,. सपनो को मिटाकर. इच्छाओ को दफनाकर. फिर जिन्दगी के वास्ते. दुआ मांगने के लिए. क्यो हाथ जोड़ रहे है? प्रस्तुतकर्ता. ज्योति सिंह. 6 टिप्पणियां:. गुरुवार, 7 अगस्त 2014. रकीबो की फिक्रे तमाम हो गई. दोस्ती जो यहां बदनाम हो गई . उन्ही के शहर मे ठिकाना ढूंढ रहे है. मुश्किल मे कितनी ये जान हो गई. अपनो से ही सब किनारा करने लगे. प्रस्तुतकर्ता. ज्योति सिंह. नई पोस्ट. Satna, m.p., India.
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काव्यांजलि: February 2014
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काव्यांजलि. गुरुवार, 6 फ़रवरी 2014. इस जहां में गरीबी इतनी आसान नहीं यारो. एक पेट के लिए आदमी कितना भटकता है यारो ,. कल के सूरज के लिए यहाँ कोई नहीं सोचता. आज की शाम गुजर जाये यही बहुत है यारो ,. हर वक़्त वो इसकी फ़िक्र में घुलता रहता है. रात से भी अधिक गहरा साया इसका है यारो ,. जीने के लिए तमाम कोशिशे करता रहता है. वो आदमी जो है ,हिम्मत नहीं छोड़ता यारो ,. हालत इनकी संभल जाये हमेशा के लिए ही. बस यही दुआ मिलकर अल्लाह से करो यारो ।. प्रस्तुतकर्ता. ज्योति सिंह. नई पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. Satna, m.p., India.
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काव्यांजलि: April 2015
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काव्यांजलि. रविवार, 19 अप्रैल 2015. मन के मोती. हर फिक्र से आजाद हम होने लगे है ,. सोचने सबके लिए अब कम लगे है . शिकायतो मे ही हमेशा जिन्दगी. बसर करना अच्छा नही ,. लौटकर नही आता यहॉ फिर. जो गुजर जाता हैै वक्त कभी . प्रस्तुतकर्ता. ज्योति सिंह. 7 टिप्पणियां:. मंगलवार, 7 अप्रैल 2015. सालगिरह पर. आज का दिन ही ऐसा है जो हमे. लिखने को मजबूर कर रहा है ,. क्योकि हमारी जिन्दगी से ये. एक बर्ष को दूर कर रहा है . जो आती है चीज यहॉ वो जाती भी है. प्रस्तुतकर्ता. ज्योति सिंह. नई पोस्ट. Satna, m.p., India.
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काव्यांजलि: October 2013
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काव्यांजलि. रविवार, 20 अक्तूबर 2013. मोहब्बत . मोहब्बत में आदमी जीता कम. मरता ज्यादा है ,. पाने से अधिक खोने के लिए. डरता ज्यादा है ,. यकीं कम ,उम्मीद के सहारे. चलता ज्यादा है ,. तभी संभल नही पाता और. गिरता ज्यादा है ।. प्रस्तुतकर्ता. ज्योति सिंह. 8 टिप्पणियां:. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). वक्त के साथ चलना है न पहले न बाद मे. ज्योति सिंह. Satna, m.p., India. मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य. ब्लॉग आर्काइव. मोहब्बत . मेरी ब्लॉग सूची. मुक्ताकाश. 2 दिन पहले.
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काव्यांजलि: December 2011
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काव्यांजलि. सोमवार, 12 दिसंबर 2011. सर्दी ने अहसास दिलाया. मौसम जाड़े का है आया ,. प्रस्तुतकर्ता. ज्योति सिंह. 23 टिप्पणियां:. नई पोस्ट. पुराने पोस्ट. मुख्यपृष्ठ. सदस्यता लें संदेश (Atom). वक्त के साथ चलना है न पहले न बाद मे. ज्योति सिंह. Satna, m.p., India. मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य. मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें. ब्लॉग आर्काइव. सर्दी ने अहसास दिलाया मौसम जाड़े का है आया ,. मेरी ब्लॉग सूची. मुक्ताकाश. 2 दिन पहले. किस्सा-कहानी. डेरा उखड़ने से पहले…! 1 सप्ताह पहले. अपनी बात. 3 माह पहले.