ankahibaaten.blogspot.com
अनकही बातें: November 2006
http://ankahibaaten.blogspot.com/2006_11_01_archive.html
अनकही बातें. बातें जो दिल से निकलीं .पर ज़ुबां तक न पहुंची .बस बीच में ही कहीं कलम से होती हुयी पन्नों पर अटक गयीं. यही कुछ है इन अनकही बातों में. Tuesday, November 07, 2006. हमारी नई कृति और एक लम्बी अनुपस्थिति की वजह. वरलक्ष्मी. हांथों. प्याले. नन्हीं. मुस्कान. Links to this post. Labels: बस यूं ही. Subscribe to: Posts (Atom). बैंगलौर, कर्नाटक, India. View my complete profile. यादें बचपन की. मेरी बिटिया. बशीर बद्र की एक ग़ज़ल. एक छोटी सी प्रेम कहानी. तुम मेरे . मेरा परिचय. पढने के शौक ...पिछलí...
ankahibaaten.blogspot.com
अनकही बातें: August 2010
http://ankahibaaten.blogspot.com/2010_08_01_archive.html
अनकही बातें. बातें जो दिल से निकलीं .पर ज़ुबां तक न पहुंची .बस बीच में ही कहीं कलम से होती हुयी पन्नों पर अटक गयीं. यही कुछ है इन अनकही बातों में. Thursday, August 26, 2010. बस यूँ ही . और मन के मिजाज़ से मेल खाती एक गुलज़ार की नज़्म. सांस लेना भी कैसी आदत है. जिए जाना भी क्या रवायत है. कोई आहट नहीं बदन में कहीं. कोई साया नहीं है आँखों में. पाँव बेहिस है, चलते जाते हैं. इक सफ़र है जो बहता रहता है. कितने बरसों से कितनी सदियों से. आदतें भी अजीब होती हैं. Links to this post. Labels: बस यूं ही. आज ऎसे ह&...
ankahibaaten.blogspot.com
अनकही बातें: August 2014
http://ankahibaaten.blogspot.com/2014_08_01_archive.html
अनकही बातें. बातें जो दिल से निकलीं .पर ज़ुबां तक न पहुंची .बस बीच में ही कहीं कलम से होती हुयी पन्नों पर अटक गयीं. यही कुछ है इन अनकही बातों में. Thursday, August 21, 2014. यादों वाला आँगन. Links to this post. Labels: Yaaden Bachpan Ki. Subscribe to: Posts (Atom). बैंगलौर, कर्नाटक, India. शब्द ही हैं मेरे आईना मेरा. ढूंढती फिरती हूं कबसे खुद ही का पता. View my complete profile. यादें बचपन की. मेरी बिटिया. बशीर बद्र की एक ग़ज़ल. एक छोटी सी प्रेम कहानी. तुम मेरे . मेरा परिचय. पढने के शौक ...पिछलí...
ankahibaaten.blogspot.com
अनकही बातें: December 2009
http://ankahibaaten.blogspot.com/2009_12_01_archive.html
अनकही बातें. बातें जो दिल से निकलीं .पर ज़ुबां तक न पहुंची .बस बीच में ही कहीं कलम से होती हुयी पन्नों पर अटक गयीं. यही कुछ है इन अनकही बातों में. Sunday, December 20, 2009. ये कैसी बहस? अजय जी ने लिखा है:-. कि आर्थिक रुप से घर नारी चलाये और सामाजिक रुप से घर पुरुष ।. Links to this post. Friday, December 18, 2009. खामोश मुलाकात. लफ़्ज फूलों से झरे. तेरे लबों से. और मैंने चुन लिया उन्हें,. अपनी हथेलियों के दोनों में. तहा के रख दिया,. वक्त की पैरहन के साथ. ताकि जब मन उदास हो,. Links to this post. मान क...
ankahibaaten.blogspot.com
अनकही बातें: December 2013
http://ankahibaaten.blogspot.com/2013_12_01_archive.html
अनकही बातें. बातें जो दिल से निकलीं .पर ज़ुबां तक न पहुंची .बस बीच में ही कहीं कलम से होती हुयी पन्नों पर अटक गयीं. यही कुछ है इन अनकही बातों में. Wednesday, December 11, 2013. कुछ आड़ी तिरछी लकीरें. जो मेरी उँगलियों की राह होते हुए. पन्नों पर खिंच जाया करती थीं. और शक्ल देतीं थी किसी नज़्म को. वो होती तो मेरा एक हिस्सा ही थीं. जो मेरे होने को. एक और मानी सा देतीं थीं . पर बहुत दिन हुए. ये शब्द अब उमड़ते ही नहीं . न लेते हैं कोई शक्ल नज़मों की. मन के अंदर ही. Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom).
ankahibaaten.blogspot.com
अनकही बातें: February 2010
http://ankahibaaten.blogspot.com/2010_02_01_archive.html
अनकही बातें. बातें जो दिल से निकलीं .पर ज़ुबां तक न पहुंची .बस बीच में ही कहीं कलम से होती हुयी पन्नों पर अटक गयीं. यही कुछ है इन अनकही बातों में. Wednesday, February 10, 2010. राहें हज़ार हैं यहां, पर मंज़िलें कहां? तुमसे मिलाये जो हमें, वो रहगुज़र कहां? मौसम वस्ल के आये, आकर चले गये।. नसीब जिसका हो खिज़ां, उसको बहार कहां।. मिलते ही हमसे कहते हो, 'कहां हो आजकल? हम तो हमेशा हैं यहीं, रहते हो तुम कहां? उसकी तलाश में भटके हर सू यहां वहां,. Links to this post. Saturday, February 06, 2010. Links to this post.
ankahibaaten.blogspot.com
अनकही बातें: July 2010
http://ankahibaaten.blogspot.com/2010_07_01_archive.html
अनकही बातें. बातें जो दिल से निकलीं .पर ज़ुबां तक न पहुंची .बस बीच में ही कहीं कलम से होती हुयी पन्नों पर अटक गयीं. यही कुछ है इन अनकही बातों में. Thursday, July 01, 2010. जन्मदिन मुबारक कांती. कल कांती का बर्थ डे है।". हां एक और साल बीत गया।". अभी कल ही की बात लगती है, न! याद है वो हास्पिटल में बिताये ५ दिन।". Links to this post. Labels: कांती. Subscribe to: Posts (Atom). बैंगलौर, कर्नाटक, India. View my complete profile. यादें बचपन की. आज ऎसे ही सोंचा कि अपने बच...आज यूं ही कित&#...शब्द ही ह...खुद...
ankahibaaten.blogspot.com
अनकही बातें: June 2014
http://ankahibaaten.blogspot.com/2014_06_01_archive.html
अनकही बातें. बातें जो दिल से निकलीं .पर ज़ुबां तक न पहुंची .बस बीच में ही कहीं कलम से होती हुयी पन्नों पर अटक गयीं. यही कुछ है इन अनकही बातों में. Sunday, June 01, 2014. तम से भरे मन के गगन में तुम दीप के जैसे जले. जून की इस तपन में तुम छाँव के जैसे मिले! Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom). बैंगलौर, कर्नाटक, India. View my complete profile. यादें बचपन की. मेरी बिटिया. बशीर बद्र की एक ग़ज़ल. एक छोटी सी प्रेम कहानी. तुम मेरे . मेरा परिचय. पढने के शौक के चलते यू...पिछले पा&...रेत पर ल&...
ankahibaaten.blogspot.com
अनकही बातें: October 2009
http://ankahibaaten.blogspot.com/2009_10_01_archive.html
अनकही बातें. बातें जो दिल से निकलीं .पर ज़ुबां तक न पहुंची .बस बीच में ही कहीं कलम से होती हुयी पन्नों पर अटक गयीं. यही कुछ है इन अनकही बातों में. Saturday, October 17, 2009. Links to this post. Sunday, October 04, 2009. तेरी सौगात. मेरी बारिश. मेरा आकाश. मेरी धूप. कितना कुछ तो है. मेरे पास. मुट्ठी में रेत सा दरकता. मेरा वजूद. मेरी सुबहें. मेरी दुपहरें. इंतज़ार से बोझिल. सुनहरी शामें. और खामोश रात. कितना कुछ तो है. मेरे पास. तेरी सौगात. Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom). शब्द ही ह&...खुद...
ankahibaaten.blogspot.com
अनकही बातें: September 2010
http://ankahibaaten.blogspot.com/2010_09_01_archive.html
अनकही बातें. बातें जो दिल से निकलीं .पर ज़ुबां तक न पहुंची .बस बीच में ही कहीं कलम से होती हुयी पन्नों पर अटक गयीं. यही कुछ है इन अनकही बातों में. Monday, September 20, 2010. एक अनकही कहानी! Links to this post. Labels: कहानी. बस यूं ही. Subscribe to: Posts (Atom). बैंगलौर, कर्नाटक, India. शब्द ही हैं मेरे आईना मेरा. ढूंढती फिरती हूं कबसे खुद ही का पता. View my complete profile. यादें बचपन की. मेरी बिटिया. बशीर बद्र की एक ग़ज़ल. एक छोटी सी प्रेम कहानी. तुम मेरे . मेरा परिचय. पढने के शौक क...पिछलí...
SOCIAL ENGAGEMENT