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kuchlamhe: September 2008
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कुछ ख़ास है, जो तेरे आस पास है,. मुझे छू, मेरा एहसास कराने चली आई ये हवा।. सारी रात मेरे साथ आँसुओं में नहाके,. मेरे दर्द की हर ओस को मुझसे चुराके,. मेरे ज़ख़्मों का हिसाब तेरे पास लाई ये हवा,. ख़ामोश तन्हा से अफ़सानों को अपने लबों पे लाके,. मेरे मुरझाते चेहरे की चमक को मुझसे छुपाके,. भीगे अल्फ़ाज़ों को तुझे सुनाने चली आई ये हवा,. ये हवा कुछ ख़ास है, जो तेरे आस पास है।. तेरे इंतज़ार में सिसकती इन आँखों को सुलगाके,. ये हवा कुछ ख़ास है जो तेरे आस पास है. Posted by seema gupta. Links to this post. Links to this post.
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kuchlamhe: April 2009
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बारिशों ने घर बना लिए ". बारिशों ने घर बना लिए ". यादे तेरी अश्रुविहल हो. असहाय कर गई. आँखों मे कितनी. बारिशों ने घर बना लिए. गूंजने लगा ये मौन. तुझको पुकारने लगा. व्यथित हो सन्नाटे ने भी. सुर से सुर मिला लिए. बिखरने लगे क्षण प्रतीक्षा के. अधैर्य हो गये. टूटती सांसो ने. दुआओं मे तेरे ही. हर्फ सजा लिए . Http:/ swargvibha.0fees.net/june2009/Kavita/barish%20ko.htm. Posted by seema gupta. Links to this post. निरुत्तर लौटे संदेश सभी. निरुत्तर लौटे संदेश सभी ". अगन ये नभ बरसाता है. Posted by seema gupta. ख...
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kuchlamhe: October 2008
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मुहब्बत से रहता है सरशार ये दिल,. सुबह शाम करता है बस प्यार ये दिल. कहाँ खो गया ख़ुद को अब ढूँढता है,. कहीं भी नहीं उसके आसार-ऐ-दिल. अजब कर दिया है मोहब्बत ने जादू,. सभी डाल बैठा है हथियार ये दिल. यही कह रहा है हर बार ये दिल,. बस प्यार-ऐ-दिल बस प्यार-ये दिल. युगों से तड़पता है उसके लिये ही,. मुहब्बत में जिसकी है बीमार ये दिल. उसकी है यादों में खोया हुआ वो,. ज़रा सोचो है कितना बेकरार ये दिल. अब अपने खतों में यही लिख रहा है,. Http:/ rachanakar.blogspot.com/2008/11/blog-post 25.html. Posted by seema gupta.
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kuchlamhe: November 2008
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दोषी कौन. दोषी कौन". मैं ताज . भारत की गरिमा. शानो शौकत की मिसाल. शिल्प की अद्भुत कला. आकाश की ऊँचाइयों को. चूमती मेरी इमारतें ,. शान्ति का प्रतीक . आज आंसुओं से सराबोर हूँ. मेरा सीना छलनी. जिस्म यहाँ वहां बिखरा पढा. आग की लपटों मे तडपता हुआ,. आवाक मूक दर्शक बन. अपनी तबाही देख रहा हूँ. व्यथित हूँ व्याकुल हूँ आक्रोशित हूँ. मुझे कितने मासूम निर्दोष लोगों की. कब्रगाह बना दिया गया. मेरी आग में जुल्स्ती तडपती,. रूहें उनका करुण रुदन ,. क्या दोष था मेरा . Posted by seema gupta. Links to this post. तुन...
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kuchlamhe: March 2009
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अश्कों का दीया. अश्कों का दीया". रात गमगीन रही. दिल वीरान रहा. कितना खामोश ये आसमान रहा. सिसकियों की सरगोशियाँ उफ़. अश्कों का दीया ". अंधेरों मे मेहरबान रहा. Http:/ vangmaypatrika.blogspot.com/. Posted by seema gupta. Links to this post. मधुर एहसास ". मधुर एहसास ". चंचल मन के कोने मे. मधुर एहसास. ने ली जब अंगडाई,. रेशमी जज्बात का आँचल. पर फैलाये देखो फलक फलक. खामोशी के बिखरे ढेरो पर. यादों के स्वर्णिम प्याले से. कुछ लम्हे जाएँ छलक छलक. अरमानो के साये से उलझे. Posted by seema gupta. Links to this post.
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kuchlamhe: SAD URDU POETRY .......Mohabbat Mom Hoti Hai..
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SAD URDU POETRY .Mohabbat Mom Hoti Hai. Lyrics and Graphics: Seema Gupta. सुना है उसकी आँखों से. हमेशा बर्फ गिरती है. वो जब खामोश होती है. क़यामत काँप जाती है. वो अपने पावं के छालों पे. मरहम भी नहीं रखती. वो अपने जिस्म -ओ - जां में. इश्क़ की सरहद नहीं रखती. उसे मतलब नहीं. बाम-ए-फ़लक के चाँद तारों से. उसे तो रब्त है. सदियों पुराने ग़म गुसारों से. कोई तो उसको समझाए. मोहब्बत मोम होती है. कभी ऐसा भी होता है. मोहब्बत में. मोहब्बत से. मोहब्बत टूट जाती है. मोहब्बत मोम होती है. Posted by seema gupta. Artical on See...
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kuchlamhe: February 2009
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झील को दर्पण बना ". झील को दर्पण बना". रात के स्वर्णिम पहर में. झील को दर्पण बना. चाँद जब बादलो से निकल. श्रृंगार करता होगा. चांदनी का ओढ़ आँचल. धरा भी इतराती तो होगी. मस्त पवन की अंगडाई. दरख्तों के झुरमुट में छिप कर. परिधान बदल बदल. मन को गुदगुदाती तो होगी. नदिया पुरे वेग मे बह. किनारों से टकरा टकरा. दीवाने दिल के धड़कने का. सबब सुनाती तो होगी . खामोशी की आगोश मे रात. जब पहरों में ढलती होगी. ओस की बूँदें दूब के बदन पे. फिसल लजाती तो होगी . पायल की रुनझुन और सरगम. Posted by seema gupta. Links to this post.
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kuchlamhe: May 2009
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तड़पने की दरखास्त. तड़पने की दरखास्त". कागज की सतह पर बैठ. लफ्जो ने जज्बात से. तड़पने की दरखास्त की है. विचलित मन ने बेबस हो. प्रतीक्षा की बिखरी. किरचों को समेट. बीते लम्हों से कुछ बात की है. यादो के गलियारे से निकल. ख्वाइशों के अधूरे प्रतिबिम्बों ने. रुसवा हो उपहास की बरसात की है. धुली शाम के सौन्दर्य को. दरकिनार कर उड़ते धुल के. चंचल गुब्बार ने दायरों को लाँघ. दिन मे ही रात की है. Http:/ swargvibha.0fees.net/july2009/Kavita/tarapne%20ki.html. Posted by seema gupta. Links to this post. आदि ”. खाम&...
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kuchlamhe: Ghazal- मेरे चेहरे पे जो कहानी है
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Ghazal- मेरे चेहरे पे जो कहानी है. Lyrics/ Graphics: Seema Gupta. Singer / Composer - Naushad Malik. मेरे चेहरे पे जो कहानी है. मेरे दिल की ही तर्जुमानी है. नींद आँखों में जागती ही रही. गरचे रातों की ख़ाक छानी है. उसकी सूरत ग़ज़ल में ढाली है. उस में तस्वीर अब बनानी है. दो घडी के लिए ही आ जाओ. छोडिये जो भी बदगुमानी है. जोड़ना दिल से दिल नहीं मुश्किल. एक दीवार बस गिरानी है. इस में खुशियाँ बिखेर दे सीमा. चार दिन के ये जिंदगानी है. Posted by seema gupta. 8220;TITLIYON KA KHYAAL". Collection of Ghazal and Nazm.
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"LOVE NEVER LOVES": Jun 14, 2008
http://loveneverloves.blogspot.com/2008_06_14_archive.html
Saturday, June 14, 2008. Love is a painful risk". Love is a painful risk to take". Only love makes u cry". Only love knows why". Links to this post. Subscribe to: Posts (Atom). 8220;He could not fit in my imagination and I was not fit for his Real and the conflict between imagination and real sadly made us apart”. FAKHR-E-HIND" AWARD (PROUD OF NATION). By Ex-President Of India-Smt. Pratibha Devisingh Patil-. 8220;For love I have invested my life with no return ”. Subscribe Now: Feed Icon. 8220;For me lov...
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