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मेरी अंजुमन..: January 2010
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मेरी अंजुमन. Wednesday, January 6, 2010. चार साल - चार पंक्ति. न किताबों से थी दोस्ती, न अल्फाजों को पहिचाना. उस गली में खुशियाँ खोजी, जहां बना था मैखाना. सपने मे रहने दो ,कोई मुझे अब न बतलाना. बीत गये वो चार बरस, बीत गया एक और जमाना. बस अब यही दुआ उस रब से है, सदा बना रहे ये याराना. 169; सौरभ. Subscribe to: Posts (Atom). Number of HITs from Nov 1,2009 1:50 PM. Web Site Hit Counters. हिन्दी में लिखिए. विजेट आपके ब्लॉग पर. हौसला हर कर बैठा तो मर जाऊंगा ,. View my complete profile. Things to do in a City!
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मेरी अंजुमन..: October 2009
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मेरी अंजुमन. Saturday, October 31, 2009. क्या लिखूं. क्या लिखूं. सोचा आज जीवन के कुछ नगमे लिखूं. पल-पल की खुशी ,कुछ पुराने सदमे लिखूं. नही थी आसान जिंदगी किसी मोड़ पर. उसे खुशगवार बनाने वाले वो लम्हे लिखूं . सफलता की खुशी का अहसास लिखूं. गमो की दस्तक का आभास लिखूं. जिंदगी अभी भी बेचैन है उस खास के लिए. उसको पाने को वो तड़प वो प्यास लिखूं . अपनो की सच्चाई या गैरो का साथ लिखूं. फूलों की गुडिया या वो बच्चा अनाथ लिखूं. इस भूले को कुछ राह दे ऐ खुदा. 169; सौरभ. Subscribe to: Posts (Atom). Web Site Hit Counters.
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मेरी अंजुमन..: September 2009
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मेरी अंजुमन. Tuesday, September 8, 2009. उस गुमशुदा की तलाश अभी तक जारी है . अब दिल की खामोशियाँ भी कीर्तन कर रही है . कोने मैं छुपी हुई आस परदे से झांक रही है . उसके इंतजार मैं जो जिंदगी हमारी है . उस गुमशुदा की तलाश अभी तक जारी है . सपने तो आते है, पर नींद कहाँ आती है . उसकी आहट अब पल- पल हमें जगाती है . कब आएगी सामने , जिसे कहूँगा "ये जान हमारी है ". उस गुमशुदा की तलाश अभी तक जारी है . अपने जीवन की नैया का, वो केवट हम खोजने चले. मैं कहता हूँ -. I hope many people have got the answer by last 5 lines.
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मेरी अंजुमन..: रुख नही मोडूँगा ..राह नही छोडूंगा ||
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मेरी अंजुमन. Wednesday, September 2, 2009. रुख नही मोडूँगा .राह नही छोडूंगा. आशाएं ,उम्मीदें ,ऐतबार , Expectations आइये इन शब्दों से आपकी पहचान कराता हूँ. सितारों को भरोसा है रात पर ,. फूलों को भरोसा है सुबह पर ,. धरती को आकाश पर,अंधेरे को प्रकाश पर ,. शिबरी को राम पर ,मीरा को श्याम पर,. खेत को किशान पर, देश को जवान पर,. जनता को नेता पर,नेता को अभिनेता पर ,. भरोसा है ,जिसके भरोसे चलती है दुनिया . पंकितियां. जिन्हें. सोचा है ,. लेकिन ,. September 3, 2009 at 6:49 AM. Ye meri taraf se tumhare liye:. Apki ka...
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मेरी अंजुमन..: क्या लिखूं.....
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मेरी अंजुमन. Saturday, October 31, 2009. क्या लिखूं. क्या लिखूं. सोचा आज जीवन के कुछ नगमे लिखूं. पल-पल की खुशी ,कुछ पुराने सदमे लिखूं. नही थी आसान जिंदगी किसी मोड़ पर. उसे खुशगवार बनाने वाले वो लम्हे लिखूं . सफलता की खुशी का अहसास लिखूं. गमो की दस्तक का आभास लिखूं. जिंदगी अभी भी बेचैन है उस खास के लिए. उसको पाने को वो तड़प वो प्यास लिखूं . अपनो की सच्चाई या गैरो का साथ लिखूं. फूलों की गुडिया या वो बच्चा अनाथ लिखूं. इस भूले को कुछ राह दे ऐ खुदा. 169; सौरभ. October 31, 2009 at 9:46 AM. Web Site Hit Counters.
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मेरी अंजुमन..: छोडो उस बात को यारों उसे चार वरस बीत गये .....
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मेरी अंजुमन. Saturday, September 5, 2009. छोडो उस बात को यारों उसे चार वरस बीत गये . छोडो उस बात को यारों उसे चार वरस बीत गये . नए साथी मिले थे .नए रिश्ते बने थे,. नई उम्मीदों के साथ हम पड़ने चले थे,. देखते ही देखते वो दिन हवा हो गये ॥. यारों उसे. जब घर की याद सताने लगती थी. जब एक दिन रुकना भी बेईमानी लगता था. तब दोस्तों के कंधो को हम अपना बनाते चले गये. यारों. जब रेगिंग का डर दिल मैं लगा रहता था . रूम कालिंग यमराज का बुलावा लगता था,. यारों. जब रात रात भर हम बतियाते थे. यारों. यारों. वो फ्र&#...वो ...
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मेरी अंजुमन..
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मेरी अंजुमन. Tuesday, September 8, 2009. उस गुमशुदा की तलाश अभी तक जारी है . अब दिल की खामोशियाँ भी कीर्तन कर रही है . कोने मैं छुपी हुई आस परदे से झांक रही है . उसके इंतजार मैं जो जिंदगी हमारी है . उस गुमशुदा की तलाश अभी तक जारी है . सपने तो आते है, पर नींद कहाँ आती है . उसकी आहट अब पल- पल हमें जगाती है . कब आएगी सामने , जिसे कहूँगा "ये जान हमारी है ". उस गुमशुदा की तलाश अभी तक जारी है . अपने जीवन की नैया का, वो केवट हम खोजने चले. मैं कहता हूँ -. I hope many people have got the answer by last 5 lines.
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मेरी अंजुमन..: चार साल - चार पंक्ति
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मेरी अंजुमन. Wednesday, January 6, 2010. चार साल - चार पंक्ति. न किताबों से थी दोस्ती, न अल्फाजों को पहिचाना. उस गली में खुशियाँ खोजी, जहां बना था मैखाना. सपने मे रहने दो ,कोई मुझे अब न बतलाना. बीत गये वो चार बरस, बीत गया एक और जमाना. बस अब यही दुआ उस रब से है, सदा बना रहे ये याराना. 169; सौरभ. January 6, 2011 at 5:37 AM. Dint knew ki tum likhte bhi ho. I guess civil services ki plannin chod k u shud plan to become writter.wat say? Subscribe to: Post Comments (Atom). Number of HITs from Nov 1,2009 1:50 PM.
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मेरी अंजुमन..
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मेरी अंजुमन. Wednesday, February 9, 2011. Unke rukshar(Checks) se wabasta(associated) taqriban ham aj bhi hai. Unke ljye jamane main badchalan ham aj bhi hai. Vo dhudte hai hame katl karne ke liye. Aur unki sajai kabro main dafan ham aj bhi hai. Subscribe to: Post Comments (Atom). Number of HITs from Nov 1,2009 1:50 PM. Web Site Hit Counters. हिन्दी में लिखिए. विजेट आपके ब्लॉग पर. मंजिले लाख आयेंगी गुजर जाऊंगा ,. हौसला हर कर बैठा तो मर जाऊंगा ,. Unke rukshar(Checks) se wabasta(associated) taqrib.