gadyasarjna.blogspot.com
*गद्य-सर्जना*: April 2011
http://gadyasarjna.blogspot.com/2011_04_01_archive.html
मुख्य पृष्ठ. काव्य कल्पना. प्रेम रस. भक्ति रस. अध्यात्म रस. साहित्य प्रेमी संघ. प्रेम रस. भक्ति रस. अध्यात्म रस. काव्य रस. प्रेम रस. प्यार का पहला एहसास. गुजरा हुआ अनोखा एहसास. प्यार की वो आखिरी रात. तुम्हारे वो गीत याद है मुझे. सपने ने डरा दिया था मुझे. अब भी कुछ बाकी है शायद. बस यूँ ही. छोटी छोटी बातें. सम्पर्क सूत्र. Monday, April 25, 2011. एहसास तुम्हारे आने का. 2404;पर तुम तो शायद सुनती ही ना थी मुझे।. Posted by Er. सत्यम शिवम. Labels: गद्य सर्जना. प्रेम रस. सत्यम शिवम लेख. Saturday, April 16, 2011.
satyamshivam95.blogspot.com
*काव्य-कल्पना*: January 2011
http://satyamshivam95.blogspot.com/2011_01_01_archive.html
काव्य-कल्पना*. मै कवि कहलाने का अधिकारी हूँ या नहीं, मुझे नहीं पता. पर कविता खुद ही छलक जाती है, तो क्या करूँ. साहित्य प्रेमी संघ. गद्य सर्जना. प्रेम रस. भक्ति रस. अध्यात्म रस. सम्पर्क सूत्र. काव्य-कल्पना*. Sunday, January 30, 2011. इंजीनियर की दीवानी. गली,मोहल्ले,गाँव शहर में,. रात दिन,सुबह शाम,भरी दोपहर में।. चिंता से पीड़ीत,कुंठा से कुंठित,. बेटी की शादी की बात है सोचती,. एक माँ मन ही मन बड़ा कचोटती।. कोई भला सा कामकाजी लड़का मिले,. शुरु हो उसकी भी इक नई कहानी,. दामाद इंजीन...कहता मा&#...मेर...
satyamshivam95.blogspot.com
*काव्य-कल्पना*: March 2011
http://satyamshivam95.blogspot.com/2011_03_01_archive.html
काव्य-कल्पना*. मै कवि कहलाने का अधिकारी हूँ या नहीं, मुझे नहीं पता. पर कविता खुद ही छलक जाती है, तो क्या करूँ. साहित्य प्रेमी संघ. गद्य सर्जना. प्रेम रस. भक्ति रस. अध्यात्म रस. सम्पर्क सूत्र. काव्य-कल्पना*. Tuesday, March 29, 2011. अदृश्य तुम मेरे सदृश. अदृश्य तुम मेरे सदृश,. अंतर-नैनों से दिखती जो छवि,. स्वर्ग के द्वार का कोई दृश्य,. समक्ष मेरे तुम हर क्षण,हर पल,. रहते हो क्यों ऐसे अदृश्य? कई बार हुआ एहसास मुझे,. तुम रहते मेरे पास सदा,. आवाज दिया अपने मन में,. Posted by Er. सत्यम शिवम. Links to this post.
satyamshivam95.blogspot.com
*काव्य-कल्पना*: इंजीनियर्स की परेशानी
http://satyamshivam95.blogspot.com/2010/11/om.html
काव्य-कल्पना*. मै कवि कहलाने का अधिकारी हूँ या नहीं, मुझे नहीं पता. पर कविता खुद ही छलक जाती है, तो क्या करूँ. साहित्य प्रेमी संघ. गद्य सर्जना. प्रेम रस. भक्ति रस. अध्यात्म रस. सम्पर्क सूत्र. काव्य-कल्पना*. Tuesday, February 22, 2011. इंजीनियर्स की परेशानी. इंजीनियर्स की परेशानी". कहता हूँ मै इक ऐसी कहानी. इंजीनियर्स की परेशानी,. इक इंजीनियर की जुबानी।. कहने को तो कुछ दिन में अब,. मै भी इंजीनियर कहलाऊँगा,. टेक्नोलाजी और साफटवेयरस के ही,. गीत सबको सुनाऊँगा,. कालेज जाने से त&#...सोचता खुद...इस सेम...
gadyasarjna.blogspot.com
*गद्य-सर्जना*: December 2011
http://gadyasarjna.blogspot.com/2011_12_01_archive.html
मुख्य पृष्ठ. काव्य कल्पना. प्रेम रस. भक्ति रस. अध्यात्म रस. साहित्य प्रेमी संघ. प्रेम रस. भक्ति रस. अध्यात्म रस. काव्य रस. प्रेम रस. प्यार का पहला एहसास. गुजरा हुआ अनोखा एहसास. प्यार की वो आखिरी रात. तुम्हारे वो गीत याद है मुझे. सपने ने डरा दिया था मुझे. अब भी कुछ बाकी है शायद. बस यूँ ही. छोटी छोटी बातें. सम्पर्क सूत्र. Thursday, December 8, 2011. टूटते सितारों की उड़ान" में मेरी सम्पादकीय. मै तुम्हारे रंग में अब रंग गया हूँ,. Http:/ www.facebook.com/Tuttesitaronkiudaan. सत्यम शिवम लेख. 7 जून क...
satyamshivam95.blogspot.com
*काव्य-कल्पना*: April 2012
http://satyamshivam95.blogspot.com/2012_04_01_archive.html
काव्य-कल्पना*. मै कवि कहलाने का अधिकारी हूँ या नहीं, मुझे नहीं पता. पर कविता खुद ही छलक जाती है, तो क्या करूँ. साहित्य प्रेमी संघ. गद्य सर्जना. प्रेम रस. भक्ति रस. अध्यात्म रस. सम्पर्क सूत्र. काव्य-कल्पना*. Sunday, April 22, 2012. काव्य संग्रह "मेरे बाद" का लोकार्पण समारोह. मंच को संचालित करते प्रो. अरुण कुमार जी). विमोचन करते सदर एस.डी.ओ और वरिष्ठ साहित्यकारगण). दैनिक हिन्दूस्तान में कार्यक्रम की जानकारी). Http:/ in.jagran.yahoo.com/news/local/bihar/4 4 9144777 1.html. पुस्तक विवरण. रंजू भ&#...सरस दरब&#...
gadyasarjna.blogspot.com
*गद्य-सर्जना*: गुजरा हुआ अनोखा एहसास.......(तुम्हारा प्यार)
http://gadyasarjna.blogspot.com/2011/02/blog-post_05.html
मुख्य पृष्ठ. काव्य कल्पना. प्रेम रस. भक्ति रस. अध्यात्म रस. साहित्य प्रेमी संघ. प्रेम रस. भक्ति रस. अध्यात्म रस. काव्य रस. प्रेम रस. प्यार का पहला एहसास. गुजरा हुआ अनोखा एहसास. प्यार की वो आखिरी रात. तुम्हारे वो गीत याद है मुझे. सपने ने डरा दिया था मुझे. अब भी कुछ बाकी है शायद. बस यूँ ही. छोटी छोटी बातें. सम्पर्क सूत्र. Saturday, February 5, 2011. गुजरा हुआ अनोखा एहसास.(तुम्हारा प्यार). Posted by Er. सत्यम शिवम. Labels: गद्य सर्जना. प्रेम रस. सत्यम शिवम लेख. February 6, 2011 at 12:05 AM. इस सुæ...
satyamshivam95.blogspot.com
*काव्य-कल्पना*: July 2011
http://satyamshivam95.blogspot.com/2011_07_01_archive.html
काव्य-कल्पना*. मै कवि कहलाने का अधिकारी हूँ या नहीं, मुझे नहीं पता. पर कविता खुद ही छलक जाती है, तो क्या करूँ. साहित्य प्रेमी संघ. गद्य सर्जना. प्रेम रस. भक्ति रस. अध्यात्म रस. सम्पर्क सूत्र. काव्य-कल्पना*. Friday, July 29, 2011. ब्याह की बात. भाभी ने की जो माँ से,. है आज मेरे ब्याह की बात।. मन में मेरे लड्डू सा फूटा।. इक कुँवारे जवान दिल आशिक से,. वर्षो से उसका खुदा जैसे था रुठा।. तन्हाईयाँ डसने लगी थी,. नैनों में मेरे बसने लगी थी।. रोता था रातों को छुपकर,. आज कोई सौगात।. अपनी बारात म&...कोई ग...
satyamshivam95.blogspot.com
*काव्य-कल्पना*: February 2011
http://satyamshivam95.blogspot.com/2011_02_01_archive.html
काव्य-कल्पना*. मै कवि कहलाने का अधिकारी हूँ या नहीं, मुझे नहीं पता. पर कविता खुद ही छलक जाती है, तो क्या करूँ. साहित्य प्रेमी संघ. गद्य सर्जना. प्रेम रस. भक्ति रस. अध्यात्म रस. सम्पर्क सूत्र. काव्य-कल्पना*. Sunday, February 27, 2011. मैने तुमसे प्यार किया था. मैने तुमसे प्यार किया था,. तुमने क्यों प्रतिकार किया था? प्रकृति के रस-रंग मनोहर,. लाया था चुन-चुन कर प्रतिपल,. प्यार की सीमा,भाव का सागर,. हमदोनों ने पार किया था।. मैने तुमसे प्यार किया था।. निर्झर सा बहता मै कल-कल,. प्यार के श...मैने...
SOCIAL ENGAGEMENT